Movie Review: बच्चों के साथ बड़ों को भी 'मोगली' ने सिखाए जिंदगी के सबक, यहां पढ़िए रिव्यू



mowgli the legend of jungle

फिल्म- मोगली: लीजेंड ऑफ द जंगल
निर्देशक- एंडी सरकिस
आवाजें- अभिषेक बच्चन, अनिल कपूर, माधुरी दीक्षित, करीना कपूर और जैकी श्रॉफ
ओटीटी- नेटफ्लिक्स
रेटिंग- ***
प्लैनेट ऑफ द एप्स सीरीज की मोशन कैप्चर तकनीक में अपनी अदाकारी का जलवा बिखेर चुके एंडी सरकिस ने जो कुछ इन फिल्मों के दौरान सीखा, उसे वह बतौर डायरेक्टर अपनी पहली फिल्म मोगली- लीजेंड ऑफ द जंगल में समेट लाए हैं। मोगली दशकों से बच्चों का पसंदीदा किरदार रहा है। बच्चों से लेकर बड़े तक उसके कई अवतार देख चुके हैं, पर ये वाला बिल्कुल अलग है। नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई फिल्म मोगली- लीजेंड ऑफ द जंगल की रेटिंग 13+ है यानी ये ऐसा मोगली है जो बड़ों को ज्यादा समझ आता है।

Mowgli: Legend of the Jungle

मुंबई में पैदा हुए जंगल बुक के लेखक रुडयार्ड किपलिंग ताउम्र इस बात से जूझते रहे कि आखिर वह किस समाज का हिस्सा हैं। भारत में रहे तो लगता रहा कि वह तो अंग्रेज है और यहां की मिट्टी से नहीं जुड़ सकते। लंदन जाकर बसे तो महसूस करते रहे कि भारत उनकी रग-रग में बस चुका है। एक लेखक के भीतर का ये अंतर्द्वंद मोगली में साफ देखा जा सकता है। ये मोगली बस जंगल में अपने मां-बाप से बिछड़ा ऐसा बच्चा नहीं है जिसे भेडियों की एक टोली पाल लेती है। ये मोगली इस बात से परेशान है कि आखिर वह है क्या? वह भेडियों के साथ रहता है पर भेड़िया नहीं है। वह इंसानों के बीच रहकर भी देखता है लेकिन उसे लगता है कि ये उसका संसार नहीं है।

Mowgli

मानसिक स्थितियों के भीतर ही भीतर चलती इस लड़ाई को एंडी सरकिस ने बहुत ही दमदार तरीके से बतौर डायरेक्टर अपनी इस दूसरी फिल्म में पेश किया है। नेटफ्लिक्स पर ये शुक्रवार को रिलीज हुई। फिल्म को हिंदी के अलावा दक्षिण की भाषाओं में भी डब किया गया है। हिंदी में शेर खान की आवाज जैकी श्रॉफ की है। माधुरी दीक्षित ने भेड़ियों की मां निशा को आवाज दी है। बल्लू को अनिल कपूर और बघीरा को अभिषेक बच्चन की आवाज का साथ मिला है। करीना कपूर ने मादा अजगर का के किरदार को आवाज दी है, जिसकी कमेंट्री से फिल्म शुरू होती है और खत्म होती है।

mowgli the legend of jungle

डिजनी की जंगल बुक से ये मोगली बिल्कुल अलग है। ये क्यूट नहीं है। ये जीवन का संघर्ष करना जानता है। अपने ही गुरु बघीरा पर शक करता है और शेर खान से भिड़ने के लिए नए दोस्त भी तलाश लेता है। फिल्म में डिजनी की फिल्मों से अलग एक नया किरदार दिखता है- भूत। यह एक सफेद पिल्ला है और एक तरह से मोगली की आत्मा को आवाज देता है। वह संघर्ष का साथी है और मोगली के किरदार का टर्निंग प्वाइंट भी। इंसान और जानवर के संघर्ष को मोगली लीजेंड ऑफ द जंगल आज के परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत करती है। फिल्म में बस्ती की गायों को मारे जाने का जिक्र है। गाय को खान मारता है। ये स्टेटमेंट भी बहुत कुछ कहता है। फिल्म लाइव एक्शन एनीमेशन फिल्म है। ऐसी फिल्म जिसमें जानवरों के किरदारों के चेहरों के भाव पकड़ने के लिए इंसानों पर मोशन कैप्चर का इस्तेमाल होता है और बाद में असली अभिनेताओं को इस मोशन पिक्चर से बने ग्राफिक्स के साथ जोड़ दिया जाता है।

mowgli the legend of jungle

फिल्म के कुछ दृश्य बहुत ही प्रभावशाली बन पड़े हैं। मोगली और भूत के दृश्य तो बहुत कुछ सोचने पर मजबूर करते ही हैं। डर का सामना करने वाले दृश्यों में तालाब के पानी के नीचे सांस रोककर छिपे मोगली का ऊपर पानी पीते शेर खान को देख सांसें रोके रहना वाला दृश्य भी बहुत प्रभावशाली बन पड़ा है। फिल्म को भारतीय भूगोल के करीब रखने के लिए इसकी शूटिंग दक्षिण अफ्रीका के जंगलों में की गई है। मोगली बने रोहन चांद का अभिनय फिल्म का सबसे बड़ा विनिंग प्वाइंट है। कैली क्लोव्स ने बांधकर रखने वाली पटकथा लिखी है। हालांकि, नितिन साहनी का संगीत उतना दमदार नहीं है जितना कि इस तरह की फिल्मों में होना चाहिए। अगर आपके पास नेटफ्लिक्स का सब्सक्रिप्शन है तो इस वीकएंड के लिए ये फिल्म आपकी वन टाइम च्वाइस हो सकती है। रिव्यू में मोगली- लीजेंड ऑफ द जंगल को मिलते हैं तीन स्टार।













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